कम्प्यूटर का परिचय (Introduction to Computers in Hindi)
- कंप्यूटर एक मशीन (Machine) है जिसका उपयोग हमारे जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों में किया जा रहा है | वेब प्रौद्योगिकी (Web technology) इंटरनेट और मोबाइल फोन के विकास ने ज्ञान के नए आयाम स्थापित किये और एक नयी विचार प्रक्रिया को जीवन दिया है | पुराने समय में Computer का उपयोग केवल Calculation करने के लिये किया जाता था किन्तु आजकल इसका उपयोग डाक्यूमेन्ट बनाने, E-mail, listening and viewing audio and video, play games, database preparation के साथ-साथ और कई कामों में किया जा रहा है, जैसे बैकों में, शैक्षणिक संस्थानों में, कार्यालयों में, घरों में, दुकानों में, Computer का उपयोग बहुतायत रूप से किया जा रहा है,इसके उपयोग से विद्यार्थी कक्षा (Class) में ही नहीं बल्कि जब वह यात्रा कर रहा हो,या PC (Personal Computer) के साथ घर पर बैठकर भी पढ़ाई कर सकता है | वर्तमान में हम सूचना सुपर हाईवे के एक युग से गुजर रहे हैं जहां सभी प्रकार की जानकारी सिर्फ कंप्यूटर के एक बटन पर क्लिक करके उपलब्ध की जा सकती है
(Specific Characteristics of Computer) कंप्यूटर के विशिष्ठ गुण -:
- कंप्यूटर की अपनी कुछ मुख्य विशेषताएँ अथवा गुण होते हैं, जिनके कारण उसकी विशेष महत्ता है। कंप्यूटर के विशिष्ठ गुण जो निम्नलिखित हैं
1. गति (Speed) – कंप्यूटर अपने प्रत्येक कार्य को अत्यधिक तेज गति से करता है। यह पलक झपकते ही गुणा/ भाग या जोड़/ घटाने आदि से सम्बंधित लाखों संक्रियाएँ कर सकता है। एक आधुनिक कंप्यूटर यदि उचित प्रोग्राम द्वारा कार्य कर रहा हो तो वह लगभग तीस लाख संक्रियाएँ एक साथ कर सकता है। मनुष्य के लिए समय की सबसे छोटी इकाईयां; जैसे~ मिली-सेकंड, माइक्रो-सेकंड, नैनो-सेकंड तथा पिकोसेकेंड आदि का प्रयोग किया जा सकता है।
2. शुद्धता (Accuracy) – कंप्यूटर अपने कार्य को बिना किसी त्रुटि के करता है।कंप्यूटर स्वयं कबि त्रुटि नही करता। यदि कहीं त्रुटि की आशनका रहती भी है तो वह हमारे द्वारा या तो डाटा डालते समय अथवा प्रोग्राम देते समय होती है। कंप्यूटर अपने कार्य को सदैव एक ही प्रकार से करता है। साधारणतः सभी कंप्यूटर 38 अंकों वाली संख्याओं से सम्बंधित किसी भी प्रकार की संक्रिया बिना किसी त्रुटि के क्र सकते हैं।
3. सार्वभौमिकता (Universality) – कंप्यूटर का आज सारी दुनिया में व्यापक रूप से प्रयोग किया जा रहा है। यह केवल जटिल गणितीय कार्यों के लिए ही नहीं, अपितु अनेक व्यवसायिक व अन्य कार्यों के लिए; जैसे~टेलीफ़ोन की लाइन जोड़कर संचार के माध्यम को विस्तृत करना, तरह-तरह के खेलों को डालकर मनोरंजन करना आदि के लिए भी प्रयोग किया जाता है। इंटरनेट की सुविधा ने तो दुनिया को समेटकर और भी छोटा कर दिया है।
4. स्वचालन (Automation) – कंप्यूटर अपने कार्य लगभग स्वचालित रूप में ही करता है। इसका अभिप्राय यह है कि कंप्यूटर से कार्य कराने के लिए हमे कुछ निर्देश मात्र देने की ही आवश्यक्ता होती है। आगे की कार्यविधि का संचालन एवं परिणाम का निर्धारण वह स्वयं करता है।
5. सक्षमता (Capacity) – कंप्यूटर बिना थके तथा ऊबे हुए उपयुक्त वातावरण मिलने पर 24 घण्टे और 365 दिन लगातार कार्य कर सकता है।
6. संग्रहण क्षमता (Storage Capacity) – कंप्यूटर की संग्रहण छमता भी बहुत अधिक होती है। एक समय में ही यह अत्यधुनिक सूचनाओं का संग्रहण कर सकता है। कंप्यूटर में डाटा को संग्रहित करने के लिए विभिन्न प्रकार के डिवाइसेज; जैसे~हार्ड डिस्क, फ्लॉपी डिस्क, सी०डी० आदि का प्रयोग किया जाता है। कंप्यूटर की संग्रहण छमता को नापने के लिए अनेक मानक इकाइयों का प्रयोग किया जाता है।
कंम्प्यूटर मुख्यतया: दो भागो मे बँटा होता है|-
- सॉफ्टवेयर
- हार्डवेयर
introduction of computer in hindi pdf
************
इनको भी जरुर Download करे :-
Gk Notes PDF |
General Knowledge PDF |
General Science PDF |
Current Affiars PDF |
Maths & Reasoning PDF |
E-Book PDF |
Top 100 Gk Questions PDF |
Note :– दोस्तों इस PDF को ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों के साथ शेयर करे !